Kartik mas कार्तिक मास Damodar Mas 2018

। कार्तिक मास में दिप दान करें । 

इस साल कार्तिक मास 23/24 अक्टूबर से 21/22 नवंबर 2018 तक है।  


कार्तिक मास में किया गया धार्मिक कार्य अनन्त गुणा फलदायी होता है। शास्त्रों के अनुसार ये महीना पूरे साल का सबसे पवित्र महीना होता है। कार्तिक मास भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। इसलिए इस माह में की गई थोड़ी उपासना से भी भगवान जल्द प्रसन्न हो जाते है। जो मनुष्य कार्तिक मास में व्रत व तप करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती। कार्तिक मास में ही शुक्लपक्ष के एकादशी (देव प्रबोधनी या देव उठनी एकादशी) को तुलसी जी का  विवाह भी होता है। 

कार्तिक मास में 7 नियम प्रधान माने गए हैं, जिन्हें करने से शुभ फल मिलते हैं और हर मनोकामना पूरी होती है। 

कार्तिक मास के 7 नियम इस प्रकार हैं -


१. धर्म शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक मास में सबसे प्रमुख काम दीपदान करना बताया गया है। इस महीने में  नदी,तालाब आदि में दीपदान किया जाता है। इससे पुण्य की प्राप्ति होती है।

२. इस महीने में तुलसी पूजन करने तथा सेवन करने का विशेष महत्व बताया गया है। वैसे तो हर मास में तुलसी का सेवन व आराधना करना श्रेयस्कर होता है, लेकिन कार्तिक में तुलसी पूजा का महत्व कई गुना माना गया है।

३. कार्तिक महीने में केवल एक बार नरक चतुर्दशी (कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी) के दिन ही शरीर पर  तेल लगाना चाहिए। कार्तिक मास में अन्य दिनों में तेल लगाना वर्जित है।

४. कार्तिक महीने में द्विदलन अर्थात उड़द, मूंग, मसूर, चना, मटर, राई आदि नहीं खाना  चाहिए।

५. कार्तिक मास में ब्रह्मचर्य का पालन अति आवश्यक बताया गया है। इसका पालन नहीं करने  पर पति-पत्नी को दोष लगता है और इसके अशुभ फल भी प्राप्त होते हैं।

६. कार्तिक मास का व्रत करने वालों को चाहिए कि वह तपस्वियों के समान व्यवहार करें अर्थात कम बोले, किसी की निंदा या विवाद न करें, मन पर संयम रखें आदि।

७. भूमि पर सोने से मन में  सात्विकता का भाव आता है तथा अन्य विकार भी समाप्त हो जाते हैं।


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विशेष: 


भूखे को भोजन कराएं, प्यासे को पानी पिलाये, नित्य गौ ग्रास अर्पित करें,गौ माता को हरा चारा खिलाये, खूब नाम जप करें, नाम लेखन करें, नाम संकीर्तन करें, क्योंकि यह सब अनंत गुना फ़लदायी होगा।

नित्य गोपी गीत , दामोदराष्टकम का पाठ करना चाहिए एवं दामोदर लीला कहना और सुनना चाहिए। 


कार्तिक मास में पड़ने वाले पर्व (Other Festivals of Kartik Month)



हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।। 


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