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Shri Radha Kunda |
श्री राधा कुंड वृन्दावन से लगभग 18KM की दुरी पर स्थित है। श्री गिरिराज जी की परिक्रमा में श्री राधा कुंड भी अता है। श्री राधा कुंड का निर्माण श्री राधा रानी ने अपने कंगन से खोद कर के बनाया था। राधा कुंड के पास में ही श्री श्याम कुंड है जिसे श्री कृष्णा भगवन ने अपने वंशी से खोद कर के बनाया था। श्री कृष्णा भगवन ने इसमें सभी पवित्र नदियों का आवाहन कर के उनका जकल भरा था और वही जल श्री राधा कुंड में भी है। श्री राधा कुंड एवं श्री स्याम कुंड दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए है। श्री राधा कुंड में अहोई अस्टमी के दिन, जो की कार्तिक मास के अस्टमी तिथि को पड़ता है, श्रद्धालु स्नान करते है। ऐसा मान्यता है की अहोई अस्टमी के दिन श्री राधा कुंड में स्नान करने पे संतान सुख की प्राप्ति होती है।
राधा कुंड बहुत ही मनोरम स्थान है यहाँ पे आकर श्रद्धालुओ के मन को बहुत ही सकूँन मिलता है। श्री राधा कुंड की भी परिकर्मा होती है। श्री राधा कुंड एवं श्री स्याम कुंड के संगम स्थान पे श्री गिरिराज जी मुखारबिंद का मंदिर भी बिराजमान है। यहाँ पे श्रद्धालु लोग भगवान की दर्सन के लिए एते है।
बहुत से भक्त जन श्री राधा कुंड में कमर भर पानी में खड़े हो कर के श्री राधा कृपा कटाक्ष का पथ करते है जिससे श्री राधा रानी की कृपा प्राप्त होती है और श्री राधा रानी अपने भक्तो की सारी मनोरथ पूरी करती है।
निचे दिये गए Video से श्री राधा कुंड का दर्सन का लाभ उठाये। Video को like and share जरूर करे ताकि अधिक से अधिक भक्त जानो को दर्सन का लाभ मिल सके। बोलिये श्री राधा रानी सर्कार की जय। श्री राधा श्याम सूंदर की जय।
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